Yeh Rishta Kya Kehlata Hai – एपिसोड की शुरुआत एक भावनात्मक माहौल से होती है।अंशुमान और उसका परिवार एक खास कुर्सी तैयार करता है, जो पुकी (मायरा) की याद में होती है। ये कुर्सी घर में एक सम्मान के रूप में रखी जाती है ताकि अभिरा को यह एहसास हो कि उसकी बेटी को भुलाया नहीं गया है। यह छोटा-सा लेकिन बहुत भावनात्मक इशारा पूरे घर का माहौल बदल देता है।
अभिरा, जो अब भी अपनी बेटी को खोने के दर्द से जूझ रही है, इस सम्मान को देखकर भावुक हो जाती है। उसे लगता है कि शायद अब उसे नई शुरुआत करनी चाहिए। वह अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए अंशुमान को स्वीकार करने की ओर पहला कदम उठाती है।
वहीं दूसरी ओर, अरमान का मन अंदर से पूरी तरह टूट चुका है। वह जानता है कि पुकी दरअसल जिंदा है और वह मायरा है। उसे यह सच्चाई अभिरा को बतानी थी, लेकिन दादी (गीतांजलि देवी) और कवेरि उस पर इतना दबाव बनाते हैं कि वह मजबूरन चुप रह जाता है।
दादी अरमान को साफ धमकी देती है कि अगर उसने पुकी की सच्चाई बताई तो वह अपनी जान दे देगी। कवेरि भी भावनात्मक रूप से अरमान को समझाती है कि अब अभिरा को आगे बढ़ने दो, वह अब अंशुमान के साथ खुश रह सकती है।
इन सब बातों से अरमान की आत्मा टूट जाती है। वह खुद को बहुत बेबस महसूस करता है। उसे लगता है कि उसने सब कुछ खो दिया—अपना प्यार भी और अपनी बेटी की सच्चाई कहने का हक भी।
इसके बाद घर में अभिरा और अंशुमान की सगाई की तैयारियाँ शुरू होती हैं। सभी रिश्तेदार, मेहमान, और परिवार के लोग इस खुशी के मौके पर इकट्ठा होते हैं। घर का माहौल सज गया है, लेकिन अरमान के दिल में सिर्फ तूफान चल रहा है।
सगाई का पल आता है। अंशुमान और अभिरा एक-दूसरे को अंगूठी पहनाते हैं। पूरा घर खुश है, तालियाँ बज रही हैं, लेकिन अरमान बस चुपचाप दूर खड़ा सब देख रहा है। उसकी आंखों में आंसू हैं, लेकिन वह मुस्कुरा रहा है ताकि कोई उसका दर्द न समझ सके।
उसके मन में बस एक ही बात चल रही होती है — “आज मैंने अपनी ज़िंदगी का सबसे कीमती हिस्सा खो दिया।” उसे लग रहा होता है कि यह शायद आखिरी बार है जब वह अभिरा को किसी और के साथ खुश देख रहा है, और अब वह उससे कभी कुछ कह नहीं पाएगा।
यह एपिसोड दिखाता है कि कभी-कभी सच बहुत करीब होते हुए भी मजबूरियों में दब जाता है, और प्यार होते हुए भी कोई किसी का नहीं हो पाता।