Israel Iran युद्ध पर अमेरिका का बड़ा बयान: हमले में शामिल नहीं, लेकिन Israel को पूरा समर्थन

Israel Iran संघर्ष पर अमेरिका का रुख: जानिए अमेरिका क्या सोचता है इस युद्ध को लेकर
Israel और Iran के बीच तनावपूर्ण स्थिति के बीच अमेरिका की ओर से आधिकारिक बयान सामने आया है। अमेरिकी राष्ट्रपति और विदेश मंत्री ने स्पष्ट किया है कि अमेरिका इस हमले में सीधे शामिल नहीं है, लेकिन Israel को पूरा सुरक्षा समर्थन जारी रहेगा।
हाल ही में Israel ने ‘Operation Rising Lion’ के तहत Iran के सैन्य और परमाणु ठिकानों पर हमला किया, जिसके बाद Iran ने भी जवाबी मिसाइल हमले किए। इस टकराव ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता बढ़ा दी है।

अमेरिका ने क्या कहा?

1. अमेरिका युद्ध में शामिल नहीं है:
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने साफ किया कि यह Israel का स्वतंत्र सैन्य निर्णय है। अमेरिका ने कोई मिसाइल हमला नहीं किया और न ही इस ऑपरेशन में शामिल था।

2. “Ironclad” समर्थन की पुष्टि:
राष्ट्रपति ट्रम्प ने Israel की सुरक्षा को अमेरिका की प्राथमिकता बताया। उन्होंने कहा कि अमेरिका, Israel को मिसाइल डिफेंस सिस्टम में समर्थन दे रहा है लेकिन युद्ध में सैनिक नहीं भेजे जाएंगे।

3. Middle East में शांति का पक्षधर:
अमेरिकी सरकार ने कहा कि वह इस टकराव को और ज्यादा बढ़ने नहीं देना चाहती। USA नहीं चाहता कि यह युद्ध पूरे मध्य पूर्व को अपनी चपेट में ले।

4. परमाणु बातचीत खतरे में:
Iran के साथ चल रही अंतरराष्ट्रीय परमाणु वार्ता (nuclear deal talks) पर भी इस टकराव का असर पड़ा है। अमेरिका ने चिंता जताई है कि यह संघर्ष कूटनीतिक प्रयासों को विफल कर सकता है।

अमेरिका इस युद्ध में भाग नहीं ले रहा, लेकिन वह Israel की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। साथ ही, अमेरिका चाहता है कि यह युद्ध खुला संघर्ष न बने और Middle East में शांति बनी रहे।
यह बयान दुनिया को एक साफ संकेत देता है कि USA अब भी इस टकराव को डिप्लोमैटिक चैनल से सुलझाना चाहता है।


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