Israel और Iran के बीच युद्ध जैसे हालात ने पूरी दुनिया को चिंता में डाल दिया है। जून 2025 में Israel ने ‘Operation Rising Lion’ के तहत Iran पर भारी हवाई हमले किए, जिसमें परमाणु ठिकानों और मिलिट्री साइट्स को निशाना बनाया गया। इसके जवाब में Iran ने भी मिसाइल और ड्रोन से हमला किया।
अब सवाल यह उठता है कि आखिर ये दोनों देश इतने तनाव में क्यों हैं और इनके बीच दुश्मनी की असली वजह क्या है?
युद्ध की असली वजहें (फैक्ट चेक):
1. Iran का परमाणु कार्यक्रम:
Iran का यूरेनियम संवर्धन कार्यक्रम, जिसे लेकर अंतरराष्ट्रीय एजेंसी IAEA भी रिपोर्ट दे चुकी है, Israel के लिए सबसे बड़ा खतरा माना जाता है। Israel को डर है कि अगर Iran परमाणु शक्ति बन गया, तो उसका अस्तित्व खतरे में आ सकता है।
2. आतंकवादी संगठनों को समर्थन:
Iran, हमास और हिज़बुल्लाह जैसे संगठनों को आर्थिक और सैन्य समर्थन देता है, जो Israel के खिलाफ लगातार हमले करते हैं। हाल ही में गाज़ा और लेबनान से हुए हमलों में Iran के हथियारों का इस्तेमाल हुआ।
3. सीरिया में मौजूदगी:
Iran की सीरिया में मिलिट्री मौजूदगी Israel की सुरक्षा नीति के खिलाफ है। Israel कई बार सीरिया में Iran के ठिकानों को नष्ट कर चुका है, जिससे दोनों के बीच टकराव लगातार बढ़ता गया।
4. अप्रैल 2025 की घटना:
Iran ने पहली बार Israel पर सीधा मिसाइल हमला किया, जिसमें Tel Aviv और Jerusalem जैसे शहर निशाना बने। Israel ने इसका जवाब बड़े स्तर पर सैन्य हमलों से दिया।
Israel और Iran के बीच संघर्ष धार्मिक नहीं, बल्कि रणनीतिक और सुरक्षा आधारित है। यह संघर्ष सिर्फ दो देशों की लड़ाई नहीं है, बल्कि इससे पूरे मध्य पूर्व और वैश्विक स्थिरता पर असर पड़ सकता है। आने वाले दिनों में यह टकराव और बढ़ सकता है, अगर दोनों पक्षों ने पीछे हटने का निर्णय नहीं लिया।
कारण | सच्चाई |
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ईरान का परमाणु कार्यक्रम | अंतरराष्ट्रीय IAEA रिपोर्टों में पुष्टि हुई है कि ईरान ने संवर्धन सीमा पार की है। |
हमास/हिज़बुल्लाह को समर्थन | अमेरिकी रक्षा रिपोर्टों में दर्ज है कि ईरान उन्हें हथियार और फंडिंग देता है। |
सीरिया में टकराव | इज़राइल ने खुद स्वीकार किया है कि उसने सीरिया में ईरानी ठिकानों पर सैकड़ों हमले किए हैं। |
मिसाइल हमला (2025) | इज़राइल और अमेरिका दोनों ने पुष्टि की है कि ईरान ने मिसाइल हमला किया था। |